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वर्णमाला / गुल मकई / हेमन्त देवलेकर

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‘अ’ अनाड़ी
‘आ’ का लेकर डंडा
इ ई की ताने छतरी
उ ऊ के पहने जूते
ए ऐ की उड़ाती चुटैया
ओ औ के गुब्बारे बांध डंडे पर
अं की लगाए बिंदिया
अः के कंचे लेकर

दौड़ रही है
वर्णमाला
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