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वल्दियत / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
इन बच्चियों की वल्दियत क्या है?
आखिर इन बच्चियों की वल्दियत क्या है?
जो रेलवे प्लेटफार्म के किन्हीं अँधेरे कोनों में
पैदा होती हैं
और किशोर होने से पहले ही
औरत बना दी जाती हैं.
जो दिन भर कचरा बीनती हैं
और शाम को नुक्कड़ों...चौराहों के
अंधरे कोनों में ग्राहकों का
इंतजार करती हैं.
जो पूरी तरह युवा होने से पहले ही
अपनी माँ की तरह
यतीम औलादें पैदा करती हैं.
जो समय से पहले ही असाध्य रोगों से
ग्रस्त हो एड़ियाँ रगड़कर मर जाती हैं
कोई तो बता दे मुझे
इन बच्चियों की वल्दियत क्या है?