भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

वह क्षण / उत्तिमा केशरी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

सच! वह क्षण
शाश्वतता भरा था
जब रोपा था उसने
अपने भीतर प्रेम का
एक अस्फुट बीज

तब
हो गई थी आप्लावित
दिव्य भावना से
तत्क्षण अभिभूत हो
आलोड़ित हो उठी थी
अतलान्त गहराइयों तक

तब
इस सघन अहसास में
फूटी थी एक सुगन्ध

और उस सुवास
आलोड़न से
गतिमय हो उठी
मेरे जीवन की
रचनात्मक यात्रा ।