जाते हुए
मैं देखता रहा
उसकी आँखों में
और वह सोचती रही
कि उन हाथों में ऐसा क्या है
-यूँ खिलते रहते हैं सपने में
जागरण की तरह!
जाते हुए
मैं देखता रहा
उसकी आँखों में
और वह सोचती रही
कि उन हाथों में ऐसा क्या है
-यूँ खिलते रहते हैं सपने में
जागरण की तरह!