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वह छोटी-सी लड़की-2 / अमृता भारती

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एक छोटी-सी बालिका ने
धरती और आसमान से बड़े
आदमी के द्वार पर
दस्तक दी --
एक बौना
दरार से झाँक कर
तहख़ाने में चला गया

अब धरती के नीचे ही
आदमी के घर होंगे
क़ब्रिस्तानों में
बड़ी होती चली जाएगी
वह छोटी-सी लड़की ।