भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
वापस जाने लगा है / उदयन वाजपेयी
Kavita Kosh से
वापस जाने लगा है
प्रकाश
शान्त आकाश
हाँ, शान्त आकाश में
भर रहा है चुपचाप
अवसाद !