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विदा कर चुका / विजय सिंह नाहटा
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विदा कर चुका
पेड़ पत्तियों को पतझड़ में
भला,
पेड़ की सूखी
टहनियों के संपुट में
कहाँ छिपी रहती
हरीतिमा?