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विरोधी / लीलाधर जगूड़ी
Kavita Kosh से
ज़रूरी नहीं कि जो एक ही जगह के हैं
वे आपस में दोस्त भी हों
लगभग एक जैसी ऊँचाई पर रहते हैं
पहाड़ और बादल
इन्द्रधनुष और ओले
हिरन और चीता
एक ही जगह के रहनेवाले हैं
छूना और चिकोटना
इसी तरह एक ही चीज़ को लेकर
हुनर दो हो सकते हैं
जैसे चेहरे पर चुम्बन और घूँसे।