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विवाह -गीत - मोरे अंगनवा चनन गछरुख्वा / अवधी

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

मोरे अंगनवा चनन गछरुख्वा अरे अछन बिछन होई गै डारि
तेहितर दुल्हे रामा घोडा दौरावैं अरे अरुझय दुल्हे रामा सिरपाग
अब कहाँ बाटियु पाणे (जो नाम चाहे लगा सकते हैं )
रामा धेरिया,पाडे रामा नतिनी अरे आई के छोडावौ सिरपाग
कैइसे कै आओं पाडे रामा पुतवा अरे पाडे रामा नतिया मोरा बाबा मडउवा में ठाढ
तब न लजानुयु पाडे रामा धेरिया पाड़ेहू रामा नतिनी जब रह्ल्यू बगलिया में ठाढ़ी
तब न लजानयौ पाडेह रामा पुतवा पादेह रामा नतिया मोरा बाबा जे देथै करिना दान