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Frmchandan

12 जुलाई 2011

  • बोल / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़

    नया पृष्ठ: == बोल == बोल कि लब आज़ाद हैं तेरे<br />बोल, जबां अब तक तेरी है<br /> तेरा सुत…

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