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- 12:48, 23 फ़रवरी 2011 (अंतर | इतिहास) . . (+1,295) . . न आने वालों से कहो हम तो गुज़र जायेंगे / फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ (नया पृष्ठ: हम मुसाफिर युँही मसरूफे सफर जायेंगे, बेनिशाँ हो गए जब शहर तो घर जा…)