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- 12:39, 22 सितम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+3,993) . . न ओ हर सुबह जगाने वाले /गोपालदास "नीरज" (नया पृष्ठ: <poem>ओ हर सुबह जगाने वाले, ओ हर शाम सुलाने वाले दुःख रचना था इतना जग म...)
- 12:28, 22 सितम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+100) . . गोपालदास "नीरज"
- 12:23, 22 सितम्बर 2009 (अंतर | इतिहास) . . (+4,450) . . न सदस्य:Sunil balani (नया पृष्ठ: नीरजजी की इस कविता ने हमेशा से मुझे बहुत प्रबावित किया है , क्योंक...) (मौजूदा)