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Sunil balani

22 सितम्बर 2009

  • ओ हर सुबह जगाने वाले /गोपालदास "नीरज"

    नया पृष्ठ: <poem>ओ हर सुबह जगाने वाले, ओ हर शाम सुलाने वाले दुःख रचना था इतना जग म...

    12:39

  • गोपालदास "नीरज"

    no edit summary

    12:28

    +100

  • सदस्य:Sunil balani

    नया पृष्ठ: नीरजजी की इस कविता ने हमेशा से मुझे बहुत प्रबावित किया है , क्योंक...

    12:23

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