• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

उस काकुल-ए-पुर-ख़म का ख़लल जाए तो अच्छा / शाह 'नसीर'

20 जुलाई 2013

  • सशुल्क योगदानकर्ता २

    '{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शाह 'नसीर' }} {{KKCatGhazal}} <poem> उस काकुल-ए-पुर...' के साथ नया पन्ना बनाया

    13:50

    +2,244

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता