• गृह
  • बेतरतीब
  • ध्यानसूची
  • सेटिंग्स
  • लॉग इन करें
  • कविता कोश के बारे में
  • अस्वीकरण

पृष्ठ इतिहास

मजाक बहुत मंहगा पडता है / सांवर दइया

4 जुलाई 2010

  • Neeraj Daiya

    नया पृष्ठ: <poem>सच कभी-कभी मजाक बहुत महंगा पड़ता है चुपचाप लेटी थी नदी मजाक-ही-…

    20:37

    +917

  • Kavita Kosh

    • मोबाइल‌
    • डेस्कटॉप
  • गोपनीयता