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ज़िंदगी ! ऐ ज़िंदगी ! / फ़राज़

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* [[जब तेरी याद के जुगनू चमके / फ़राज़]]
* [[हर एक बात न क्यों ज़हर-सी हमारी लगे / फ़राज़]]
* [[ऐसे चुप हैं कि के ये मंजिल मंज़िल भी कड़ी हो जैसे / फ़राज़]]
* [[रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ / फ़राज़]]
* [[क़ुर्बतों में भी जुदाई के ज़माने माँगे / फ़राज़]]
* [[न हरीफ़े जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इंतज़ार कोई तो हो / फ़राज़]]
* [[न हरीफ़े जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इंतज़ार कोई तो हो / फ़राज़]]
* [[ख़ामोश हो क्यों दाद-एदादे-ज़फ़ा क्यूँ नहीं देते / फ़राज़]]
* [[दिल बहलता है कहाँ अंजुम-ओ-महताब से भी / फ़राज़]]
* [[वफ़ा के बाब में इल्ज़ाम-ए-आशिक़ी न लिया / फ़राज़]]
* [[ज़ख़्म को फूल तो सरसर को सबा कहते हैं / फ़राज़]]
* [[तेरा ग़म अपनी जगह दुनिया के ग़म अपनी जगह / फ़राज़]]
* [[वह वो जो आ जाते थे आँखों में सितारे लेकर / फ़राज़]]* [[किसी से दिल की हिकायत हिक़ायत कभी कहा नहीं की / फ़राज़]]
* [[मुस्तक़िल महरूमियों पर भी तो दिल माना नहीं / फ़राज़]]
* [[चली है शहर में कैसी हवा उदासी की / फ़राज़]]
* [[ये जान कर भी कि दोनों के रास्ते थे अलग / फ़राज़]]
* [[वही इश्क़ जो था कभी जुनूँ उसे रोज़गार बना दिया / फ़राज़]]
* [[मैं तो मक़तल मकतल में भी क़िस्मत का सिकंदर निकला / फ़राज़]]
* [[तुझ से मिल कर तो ये लगता है कि एक अजनबी दोस्त / फ़राज़]]
* [[हुए जाते हैं क्यों ग़मख़्वार क़ातिल / फ़राज़]]
* [[तू किस तरह से ये एहसाँ मगर उतारेगा / फ़राज़]]
* [[लगी हो आग पर कोई भी घर नहीं / फ़राज़]]
* [[गिला फज़ूल था गिगिले फ़िज़ूल थे अहद-ए-वफ़ा के होते-होते हुये / फ़राज़]]
* [[ग़ज़ल सुन के परेशाँ हो गए क्या / फ़राज़]]
* [[ए मेरे बेदर्द शहर / फ़राज़]]
* [[अफ़ई की तरह डसने लगी मौजे-नफ़स भी / फ़राज़]]
* [[दिल में अब ताक़त कहाँ खूनाबा-ए-अफ़शानी करे / फ़राज़]]
* [[दिल भी बुझा हो , शाम की परछाइयाँ परछाईयाँ भी हो हों / फ़राज़]]
* [[नहीं कि नामाबरों को तलाश करते हैं / फ़राज़]]
* [[मुसफिरत में भी तस्वीर घर की देखते हैं / फ़राज़]]
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