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* [[निज राष्ट्र के शरीर के सिंगार के लिए / गोपाल सिंह नेपाली]]
* [[तारे चमके, तुम भी चमको / गोपाल सिंह नेपाली]]
* [[ मैं प्यासा भृंग जनम भर का / गोपाल सिंह नेपाली]]