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निर्दय उस नायक ने <br>
निपट निठुराई की<br>
कि झोंकों की झाड़ियों झड़ियों से<br>
सुन्दर सुकुमार देह सारी झकझोर डाली,<br>
मसल दिये गोरे कपोल गोल;<br>