भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
रूठे हुए लोगोँ को मनाना नहीँ आता / सिराज फ़ैसल ख़ान का नाम बदलकर रूठे हुए लोगों को मनाना नहीं आता / स
#REDIRECT [[रूठे हुए लोगों को मनाना नहीं आता / सिराज फ़ैसल ख़ान]]
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits