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* [[पात झरे, फिर-फिर होंगे हरे / ठाकुरप्रसाद सिंह]]
* [[बरगद की झूलती जटाएँ / ठाकुरप्रसाद सिंह]]
* [[तुमने क्या नहीं देखा / ठाकुरप्रसाद सिंह]]