भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

एक दिन चाँद / विष्णु नागर

36 bytes added, 17:50, 1 अप्रैल 2011
|रचनाकार=विष्णु नागर
|संग्रह=घर से बाहर घर / विष्णु नागर
}}{{KKAnthologyChand}}{{KKCatKavita}}
<poem>
जब मैंने चाँद को देखा