भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कवितावली/ तुलसीदास / पृष्ठ 7

78 bytes added, 14:37, 6 अप्रैल 2011
}}
<poem>
'''भाग-2 अयोध्या काण्ड प्रारंभ '''
1'''(वनगमन ) '''
कीरके कगार ज्यों नृपचीर, बिभूषन उप्पम अंगनि पाई।
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits