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Kavita Kosh से
*[[ग़म ए अन्जाम ए शादमानी से / ज़िया फ़तेहाबादी]]
*[[दिल ए आदम को वहशत है ज़मीं से / ज़िया फ़तेहाबादी]]
*[[तमाशा है सब कुछ मगर कुछ नहीं / ज़िया फ़तेहाबादी]
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