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राम कहो राम कहो / मलूकदास

34 bytes added, 14:07, 13 अप्रैल 2011
{{KKRachna
|रचनाकार = मलूकदास
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राम कहो राम कहो, राम कहो बावरे।
अवसर न चूक भोंदू, पायो भला दाँवरे॥१॥