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कृष्ण करो जजमान / मीराबाई

37 bytes added, 14:25, 18 अप्रैल 2011
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|रचनाकार=मीराबाई
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कृष्ण करो जजमान॥ प्रभु तुम॥ध्रु०॥
जाकी किरत बेद बखानत। सांखी देत पुरान॥ प्रभु०२॥