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आनन्दमयी माँ / भजन

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<poem>या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः || || 5\.73|| (durgasaptashati)