Changes

{{KKRachna
|रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल
|संग्रह=कहें केदार खरी खरी / केदारनाथ अग्रवाल
}}
{{KKCatKavita}}<poem>एक हथौड़ेवाला घर में और हुआ !<br>हाथी सा बलवान,<br>::जहाजी हाथों वालाऔर हुआ ! <br>सूरज-सा इंसान,<br>::तरेरी आँखोंवाला और हुआ !!<br>एक हथौड़ेवाला घर में और हुआ!<br>माता रही विचारः<br>::अँधेरा हरनेवाला और हुआ !<br>दादा रहे निहारः<br>::सबेरा करनेवाला और हुआ !!<br>एक हथौड़ेवाला घर में और हुआ !<br>जनता रही पुकारः<br>::सलामत लानेवाला और हुआ !<br>सुन ले री सरकार!<br>::कयामत ढानेवाला और हुआ !!<br>एक हथौड़ेवाला घर में और हुआ !<br/poem><br>( कविता संग्रह, "कहें केदार खरी खरी" से )
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,393
edits