भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna | रचनाकार=रमा द्विवेदी }} <poem> आधुनिक घरों में , नहीं रही दह…
{{KKGlobal}} {{KKRachna | रचनाकार=रमा द्विवेदी }}
<poem>

आधुनिक घरों में ,
नहीं रही दहलीज की परम्परा,
इसलिए न कोई मर्यादाएं हैं ,
न जीवन आचरण के मूल्य,
और नई पीढ़ी दिग्भ्रमित हो,
भटक रही है,
मूल्यहीनता की दिशा में॥
<poem>
335
edits