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कैलाश मण्‍डेला / परिचय

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{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=कैलाश मण्‍डेला
}}<poem>नाम- '''डॉ.कैलाश मण्डेला'''
पिता का नाम- लोककवि स्व. श्री मोहन मण्डेला
जन्म तिथि- 26 फरवरी 1966
शैक्षणिक योग्यता- M.A.(Hindi,Education),M.com.(E.A.F.M.), B.Ed.,P.G.Diploma in Journilism, D.Lit.(Hon.)
व्यवसाय-वरिष्ठ व्याख्याता एवं प्रभागाध्यक्ष-जिला शिक्षा एवं प्रषिक्षण संस्थान(डाइट)
पता- ‘नेहदीठ’ गॉंधीपुरी, पो0 शाहपुरा जिला-भीलवाड़ा (राज.)311404
दूरभाष- 01484-222426 मोबाइल- 9828233434
1. उपलब्धियां- ख्याति प्राप्त मंचीय कवि-1985 से लगातार राजस्थान एवं राजस्थान से बाहर अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में राजस्थानी एवं हिन्दी भाषा के गीतकार के रूप मे अपनी प्रस्तुति दी ।
2.विविध संस्थाओं के पदाधिकारी-
1.सदस्य,पांडुलिपि प्रकाषन सहयोग उप समिति राजस्थानी भाशा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी,बीकानेर
2. जिलाध्यक्ष-अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्श समिति,
3. उपसभाध्यक्ष-प्रांतीय महासभा ‘राष्ट्रीय शिक्षक रचनाकार प्रगति मंच’
4. सचिव एवं संचालक ‘‘साहित्य सृजन कला संगम शाहपुरा जिला-भीलवाड़ा
5.सचिव, डर्फ-जिला-भीलवाड़ा
3.विशिष्ठ सम्मान-
1 ‘खिलते फूल’ संस्था भीलवाड़ा द्वारा सन 2000 में अभिनंदन 2. ‘सामयिकी’ साहित्यिक संस्था भीलवाड़ा द्वारा सम्मान सन् 2000 3. राष्ट्रीय बाल साहित्य एवं सम्मान समारोह 2001 चित्तौड़गढ़ में सम्मानित 4. अंतर्राष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन वृहतर हावड़ा शाखा द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में सम्मानित सन 2001 5. स्वामी श्री रामचरण महाप्रभु निर्वाण द्विषताब्दी समारोह में अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश जगद्गुरु स्वामीजी श्री रामदयाल जी महाराज के कर कमलों से सम्मानितं सन 1999 6. पिपुल फॉर एनीमल राजस्थान द्वारा सम्मानित 2004 7. नगर पालिका शाहपुरा द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नागरिक अभिनंदन। 8.अक्टुबर 2004 में ‘कविता मंच डीडवाना’ द्वारा ‘पं घनश्याम व्यास स्मृति कविता पुरस्कार’ से सम्मानित 9.34वें ‘गीत चॉंदनी’ कवि सम्मेलन में ‘‘गीत रत्न’’ से सम्मानित। 10. राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बीकानेर द्वारा वर्ष 2005 में ‘‘अणकही’’ पुस्तक पर 5000/-रू0 के ‘‘सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार से सम्मानित 11.राजस्थानी विकास मंच संस्थान की तरफ से 2005 में डी.आर.लिट्(राजस्थानी साहित्य रा डॉक्टर) की मानद उपाधि से सम्मानित 12.साहित्यॉंचल संस्था भीलवाड़ा द्वारा 2007 में ‘साहित्यॉंचल सम्मान’इसके अलावा अनेकों बार कई सामाजिक संगठनों स्वयं सेवी संस्थाओं तथा कवि सम्मेलनों में अभिनंदन।
4.सम्पादन- ‘गीतां री धमचक’-राजस्थानी गीतों की पुस्तक(प्रकाषित), अलगोजा री ओळखाण(प्रकाशित), ‘राष्ट्रीय कोहेनूर’(नाटक), विद्यालयों में उत्सव पर्व जयन्ती आयोजन हेतु रचनात्मक उपहार,चित्रांकन के विविध रूप, आओ सीखें गणित,खेल मार्गदर्शिका,प्रधानाध्यापक मार्गदर्षिका जैसी शैक्षिक पुस्तिकाओं सहित अनेकों स्मारिकाएं एवं अभिनंदन ग्रंथ, शैक्षिक फोल्डर, बुकलेट्स आदि। विगत आठ वर्शों से निरन्तर सम्पादक- ‘समन्वय’ (शैक्षिक पत्रिका) एवं शोध स्पंदन’(शोध पत्रिका)
5.प्रकाशित कृति- ‘अणकही‘ (राजस्थानी कविताओं का संकलन) अकादमी के सहयोग से प्रकाशित।
6.प्रकासनाधीन- ढोला-मारू के दोहे (हिन्दी में पद्यानुवाद), कुरल काव्य (राजस्थानी में दोहा छंद में पद्यानुवाद), हिन्दी गीतों का संग्रह,कहानियॉं,व्यंग्य, निबन्ध आदि
7. 8 विशेष- आकाशवाणी,दूरदर्शन एवं विविध चैनल पर काव्यपाठ। अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों के स्वयं आयोजक एवं संचालक।(अनेक आयोजन कर चुके हैं)
</poem>
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