भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|रचनाकार=द्विज
}}
[[आज सुख सोवत सलौनी सजी सेज पैं / द्विज]][[गुंजरन लागीं भौंर-भीरैं केलि-कुंजन मैं / द्विज]][[मेल्यौ उर आँनद अपार मैन सोवत हीं / द्विज]][[सुर ही के भार सूधे-सबद सु कीरन के / द्विज]][[हौरैं-हौंरैं डोलतीं सुगंध-सनीं डारन तैं / द्विज]][[संभ्रम अति उर मैं बढ़्यौ / द्विज]][[सौंधे समीरन कौ सरदार / द्विज]][[सुनत सलौनी बात यह / द्विज]][[लटपटी पाग सिर साजत उनींदे अंग / द्विज]][[सीतल-समीर मंद हरत मरंद-बुंद / द्विज]]