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Kavita Kosh से
|रचनाकार=नागार्जुन
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::फैला दुनिया भर में जाल
::अभी जियेंगे ये सौ साल
::ढाई घर घोडे घोड़े की चाल
::मत पूछो तुम इनका हाल
::सर्वोदय के नटवरलाल