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यों न मिलने में शरमाइये / गुलाब खंडेलवाल
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22:03, 3 जुलाई 2011
प्यार मुँह से न कहते बने
प्यार आँखों से
जतालाइये
जतलाइये
जान हाज़िर है लेकिन, हुज़ूर!
Vibhajhalani
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