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Kavita Kosh से
यह तो कहो मरने के बाद कहाँ जायें!
इतना कुछ लेकर क्या शून्य में समायें!
सोयें क़यामत तक, या उठकर भाग आयें!
कोई ख़बर मिलती नहीं उस पार की