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सहारे-सा तिनके का आया नज़र
रुका अजनबी एक आ मेरे पास
कहा-'मैं मिला दूंगा, मत हों हतासहों हताश'
जहां आपके दिल की मलिका गयी
न मुझसे छिपी राह उस गाँव की
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