तिलहर मेरे कस्बे का नाम है जहाँ का मैं रहने वाला हूँ आप वहां अपने शेहर या गाँव का नाम लेकर शेर का आनंद लें
हम चाहे (पड़े) दुनिया के लिए SDM,DM,DGP..हो जाएँ परन्तु अपने शेहर कस्बे देहात के लिए वही बबुआ रहते हैं
ये शेर ये शेर भैया को समर्पित है जो पूरी दुनिया के लिए जम्मू और कश्मीर के आई .जी हैं मगर तिलहर वालों के लिए आज भी भैया हैं