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निश्तर ख़ानक़ाही

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* [[तेज़ रौ पानी की तीखी धार पर चलते हुए / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[हर गाम पे यह सोच के, मैं हूँ कि नहीं हूँ / निश्तर ख़ानक़ाही]]
* [[जाँ भी अपनी नहीं, दिल भी नहीं तनहा अपना /निश्तर ख़ानक़ाही]]
 
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