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* [[सब की आँखों में नीर छोड़ गए / जहीर कुरैशी]]
* [[हमारे भय पे पाबंदी लगाते हैं / जहीर कुरैशी]]
* [[उन्हें देखा गया खिलते कमल तक / जहीर कुरैशी]]
* [[दबंगों की अनैतिकता अलग है / जहीर कुरैशी]]
* [[आँखों की कोर का बडा हिस्सा तरल मिला / जहीर कुरैशी]]
* [[सपने अनेक थे तो मिले स्वप्न-फल अनेक / जहीर कुरैशी]]