वे छोटी जाति वाले क्यों हैं क्यों तुम उन्हें कहते अछूत
इसी देश के वासी हैं वे, यही वतन, यहीं उनका वज़ूद
क्या चीनियों की तरह वे, क्या लगते हैं तुम्हें विदेशी ?क्या हैं वे पराए हमसे, नहीं भाई हमारे भाई स्वदेशी ?
आओ गाएँ 'वन्देमातरम'।
भारत में है जात-पाँत और हज़ारों जातियाँ
पर विदेशी हमलावर हमलावरों के विरुद्ध, हम करते हैं क्रांतियाँ
हम सब भाई-भाई हैं, हो कितनी भी खींचतान
रक्त हमारा एक है, हम एक ही माँ की हैं संतान
आओ गाएँ 'वन्देमातरम'।
हम से है ताक़त हमारी, विभिन्नता में एकता
शत्रु भय खाता हैहमसे, एकजुटता हमारी देखतासच यही है, जान लो, यही है वह अनमोल ज्ञानदुनिया में बनाएगा जो , हमें बनाएगा महान में भी महान
आओ गाएँ 'वन्देमातरम'।