भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
ऐ आखर सतरै
ऊण्डा उतरै
०००००
लाधगी म्हनै
सतराखरी माळा
हियै उजाळा
०००००</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,492
edits