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* [[रुख से ज़ुल्फ़ें जब महे-कामिल में सरकाते हैं वो / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[सभी के हक़ के लिए लड़े जो, उसे नयी ज़िन्दगी मिलेगी / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]
* [[जी में आया है, मुझे आज वो, कर जाने दे / सतीश शुक्ला 'रक़ीब']]