भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
तलवार में बन्दूक में सुई में
और छेनी-हथौड़े में भी
 
उसी से कुछ लोग लड़ते हैं भूख से
भूखे लोगों के खिलापफख़िलाफ़खूनी ख़ूनी लड़ाइयाँ भी उसी से लड़ी जाती हैंकई बार पफर्क फ़र्क़ करना मुश्किल होता हैलोहे और आदमी में।में ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits