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'''कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ'''
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* [[अपनी सियाह पीठ छुपाता है आईना / कुँअर बेचैन]]
* [[लौट आ रे / कुँअर बेचैन]]
* [[प्यासे होंठों से / कुँअर बेचैन]]