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*[[मुद्दत-सी हो गई ,गम-ए-दर्द को सम्भाले/पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"]]
*[[दिखावा है मुहब्बत का किसी की ऐतबारी क्या/पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"]]
*[[अच्छा हमको पाठ पढ़ाया,सोला दूनी आठ/पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"]]
*[[हाल दिल का अपने घर में तुम सुना कर देखो/पुरुषोत्तम अब्बी "आज़र"]]