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सविनय
--[[सदस्य:अनिल जनविजय|अनिल जनविजय]] 06:16, 16 सितम्बर 2011 (UTC)
अशोक जी!
एक ही पन्ना दो अलग अलग नाम से बनाने की जरूरत नहीं है। बेकार में सर्वर पर अतिरिक्त भार पड़ता है। जो लिंक कविता संग्रह में है, वही लिंक कवि के पन्ने पर कॉपी कर दीजिए, बस हो गया काम।
सादर
-धर्मेन्द्र कुमार सिंह