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मिमजर / नंदकिशोर आचार्य

No change in size, 10:15, 1 दिसम्बर 2011
झीने अँधेरे में बैठ कर।
चुक जायेगा वह तो
आँखों पर रखे रहँूगा रहूँगा देर तक
रीता हुआ कुल्हड़
महसूस करते हुए
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