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Kavita Kosh से
जी भर आज मैंने शीतल जल से स्नान किया
आज एक छोटी-सी बच्ची आयीआई,किलक मेरे कन्धे चढ़ी
आज मैंने आदि से अन्त तक पूरा गान किया
आज फिर जीवन शुरू हुआ ।
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