भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
</sort>
* [[देख कर तुझको दफअतन निकली / सिया सचदेव]]
* [[हकीकत है कोई कहानी नहीं है / सिया सचदेव]]
* [[ढूंढिए लाख मगर दोस्त कहाँ मिलते हैं / सिया सचदेव]]
* [[उसके हर ज़ुल्म को किस्मत का लिखा कहते हैं / सिया सचदेव]]
* [[किताबे जीस्त में ज़हमत के बाब इतने हैं / सिया सचदेव]]
* [[यही कह रहे हैं सभी अज्म वाले / सिया सचदेव]]
* [[बात होगी तो रू-ब-रू होगी / सिया सचदेव]]
* [[प्यार में पहले तो इनकार से डर लगता है / सिया सचदेव]]
* [[धुंआ बन बन के उठते हैं हमारे ख्वाब सीने से / सिया सचदेव]]