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05:31, 16 जनवरी 2012 देबी दयाल भईं अंगन मोरे होय निसरी<br>
मईया के अँखियाँ आमे कै फकियाँ<br>
भौहें कमान तनी अंगन मोरे होय निसरी <br>
मईया कै दतवा अनारे कै दाना <br>
जिभिया कमल की कलि अंगन मोरे होय निसरी <br>
मईया कै गलवा में मुंडों की माला<br>
हथवा कमल की कलि अंगन मोरे होय निसरी<br>
मैया के हथवा में लौंगा कै डरिया<br>
मोरे बेदिया पै धै निसरी अंगन मोरे होय निसरी<br>