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|रचनाकार=काज़िम जरवली
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<poem>इक आन मे खामोश सी हो जाएगी,
हर एक सदा नींद मे सो जाएगी ।
इस दिल का कोई साथ कहाँ तक देगा,
कुछ देर मे ये रात भी सो जाएगी ।। -- काज़िम जरवली
</poem>
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हर एक सदा नींद मे सो जाएगी ।
इस दिल का कोई साथ कहाँ तक देगा,
कुछ देर मे ये रात भी सो जाएगी ।। -- काज़िम जरवली
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