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*[[ढूँढते हो कहाँ उसे हर सू / नीरज गोस्वामी]]
*[[हमेशा बात ये दिल ने कही है / नीरज गोस्वामी]]
*[[कोयल की कूक मोर का नर्तन कहाँ गया / नीरज गोस्वामी]]
*[[इधर यह ज़बाँ कुछ बताती नहीं है / नीरज गोस्वामी]]
*[[जब शुरू में रफ़्ता- रफ़्ता बोलता है / नीरज गोस्वामी]]
*[[कहाँ मर्ज़ी से अपनी ही कहानी हम बनाते हैं / नीरज गोस्वामी]]
*[[हजारों में किसी इक आध के ही ग़ैर होते हैं / नीरज गोस्वामी]]
*[[दबाना मत कि उसका, आँख से झरना ज़रूरी है / नीरज गोस्वामी]]