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कराची के 'डेली इमरोज़' में प्रूफ़-रीडर रहे। आधी ज़िन्दगी जेलों में बीती क्योंकि हमेशा सरकार के विरोध में रहे।
==पुरस्कार==
==संपादन==
==अनुवाद==
==सम्पर्क==
==निवेदन ==
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